Savan ke sombar

सावन में सोमवार को भोले शंकर को पूजा करने का महत्व :




हिन्दू समाज सनातन धर्म को मानते है ,  पुराणों के अनुसार सावन माह को भगवान शिव की आराधना के लिए सबसे उपयुक्त माह माना जाता है| खासकर झारखण्ड स्थित देवघर यानि बाब बैधनाथ धाम में भोले शंकर जी की पूजा की खास मह्त्व है| लेकिन देश के अलग-२ हिशो में आपने नजदीक सनातन मंदिर में पूजा करते है वो भी सही मन जाता है| जैसे कुछ और भी प्रसिध्य जगह है जैसे अमरनाथ(मान सरोवर), हरिद्वार, ऋषिकेश, नीलकंठ, महेंद्र नाथ धाम(मेहनदार) और भी बहुत जगह है| इस  सावन में पांच सोमबार पड़ने से खास है सनातन धमे क लिए, ये बरसो बाद योग बना है | ये पवित्र महीना सोमबार से शुरू हो रहा है और सोमबार को ही समाप्त हो रहा है, इसलिए ये खास योग आपके लिए बहुत सुभदायक और लाभदायक साबित हो सकता है|

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यदि आप प्रत्येक सोम्बर को पूरी तन मन से ध्यान कर के भोले शंकर जी की पूजा करते है तो आपकी मन्नत जरूर पूरी होगी|

पूजा करने की समान्य बिधि :




सोमबार को सुबह जल्दी जगे और नित्य क्रिया कर्म कर स्नान आदि कर के भोले शिव जी की अपने नजदीक मंदिर जाये| एक पूजा की थाली या पूजा करने की सामान ले उसमे गंगा जल, गुण, दुध, फूल , माला , अछत, बेलपत्र, भांग, धतूरा और आपको कोई बस्तु लगता है की ये भी चढाने चाहिए तो उसे भी ले सकते है|संकल्प के बाद शिवलिंग पे जल, फूल, कुमकुम इत्यादि अर्पित करे| सच्चे दिल से भगवान शिव जी की पूजा करे| चाहें तो आप ब्रत भी रह सकते है लेकिन इस ब्रत में एक समय रात्रि में भोजन करना चईये और दिन में फलाहार किया जा सकता है|

शिव जी के लिए मंत्र : ॐ महाशिवाय |

या

शिव जी के लिए मंत्र : ॐ नमः शिवाय |

मंत्र की जाप की संख्या ५,११, और १०८ भी हो सकती है और जाप करते समय रुद्राक्ष की माला का उपयोग सर्वश्रेस्ट माना जाता है|