थायराइड मानव शरीर मे पाए जाने वाले एंडोक्राइन ग्लैंड में से एक है। यह थायराइड दो प्रकार के होता है जो एक दूसरे से पूरी तरह अलग होता है और साथ ही इसका लछण भी अलग अलग तरह के होते है। ह्यपरथीरोइडिस्म मे थायराइड ग्रंथि हारमोन के अश्तर मे कमी कर देती है। इससे से हमारे शरीर में किसी तरह की रोग आदी नही होता है। बल्कि उसकी कोशिका चयापचय की गती धिमी हो जाती है। इसका इलाज करने के लिए मरीज को थायराइड हारमोन ही दिया जाता है। कोइ ब्यक्ति इस बिमारी से पिड़ित है या नही इसका पता टी-3 और टी-4 की टेस्ट से या फिर TSH की वृदी से पता लगाया जा सकता है।
थायराइड का कुछ मुख्य लझण है –
- वजन काम हो जाना
- वजन बढ़ जाता है और सुझा हुआ लगता है
- भूख ज्यादा लगना
- दिल में गभराहट, बेचैनी, अधिक पसीना छूटना और हाई ब्लड प्रेशर होना
- हाथ कांपने लगते है, मॉस पेशियों में कमजोरी आ जाना
- महिलाओ में मासिक धर्म अनियमित हो जाना
- ठण्ड ज्यादा लगना
- हाथ पैर सुन्न हो जाते है
- मानसिक प्रक्रिया धीमी पड़ जाती है
- व्यक्ति बिलकुल डिप्रेस्ड हो जाता है
- कब्ज़ हो सकता है
- इंसान बिलकुल आलसी हो जाता है
- बाल और त्वचा रूखे पड़ जाते है
यदि आप इन लक्षणों से ग्रसित हो तो सावधान हो जाएं यह हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण हो सकता है|
थाइरोइड के प्रोब्लेम दो प्रकार के माने जाए सकते है| एक है ह्यपरथैरोइडिस्म जिस में जरूरत से ज्यादा थयरॉइड हॉर्मोन का उत्पन्न होता हैं.| वोह अलग तरीके से हो सकता है |
दूसरा Subacute Thyroiditis के बारे में जाने :
- थाइरोइड ग्रंथि में दर्द होता है और जब सर घुमाये तो दर्द होता है
- कोई भी चीज़ निगलने पर गले में दर्द होता है
- यह चिन्ह फ्लू और वायरल इन्फेक्शन के बाद ज्यादा दिखाई देते है|
थायराइड का इलाज के घरेलू उपाय और देसी नुस्खे:
1. हल्दी दूध : थायराइड कण्ट्रोल करने के लिए आप रोजाना दूध में हल्दी को पका कर पिए। अगर हल्दी वाला दूध न पिया जाये तो हल्दी को भून कर इसका सेवन करे।
2. लौकी का जूस: रोजाना सुबह खली पेट लौकी का जूस पिने से भी थाइरोइड खत्म करने में मदद मिलती है। जूस पिने के आधे घंटे तक कुछ खाये पिए नहीं।
3. तुलसी और एलोवेरा: दो चम्मच तुलसी के रास में आधा चम्मच एलोवेरा जूस मिला कर सेवन करना भी इस बीमारी से छुटकारा पाने का उत्तम उपाय है।
4. लाल प्याज : प्याज को बीच से काट कर दो टुकड़े कर ले और रात को सोने से पहले थायराइड ग्रंथि के आस पास मसाज करे। इसके बाद गर्दन से प्याज का रस को धोये नहीं।
5. हरा धनिया : थायराइड का घरेलू ट्रीटमेंट करने के लिए हरा धनिया पीस कर चटनी बनाये और एक गिलास पानी में एक 1 चम्मच चटनी घोल कर पिए। इस उपाय को जब भी करे ताजी चटनी बना कर ही सेवन करे। ऐसा धनिया ले जिसकी सुगंध अच्छी हो। इस देसी नुस्खे को नियमित रूप और सही तरीके से करने पर थायराइड कंट्रोल में रहेगा।
6. काली मिर्च : काली मिर्च थायराइड का उपचार में काफी फयदेमंद है। किसी भी तरीके से ले आप काली मिर्च का सेवन करे आप को फायदा करेगी।
7. बादाम और अखरोट : बादाम और अखरोट में सेलीनीयम तत्व मौजूद होता है जो थायराइड के इलाज में फायदा करता है। इस के सेवन से गले की सूजन से भी आराम मिलता है। हाइपोथायराइड में ये उपाय जादा फायदा करता है।
8. अश्वगंधा : रात को सोते वक़्त एक चम्मच अश्वगंधा चूर्ण गाय के गुनगुने दूध के साथ सेवन करे।
9. एक्सरसाइज : रोजाना आधा घंटा एक्सरसाइज करे, इससे थाइरोइड बढ़ता नही है और कंट्रोल में रहता है।
10. बाबा रामदेव मेडिसिन : थायराइड से छुटकारा पाने के लिए अगर आप बाबा रामदेव की बताई आयुर्वेदिक दवा लेना चाहते है तो दिव्या कांचनार गुग्गुलु ले। ये दवा आपको किसी भी पतंजलि स्टोर से मिल जाएगी।
थाइरोइड में क्या खाएं:- थाइरोइड से प्रभावित रोगी को अपनी डाइट में विटामिन ए अधिक मात्रा में लेना चाहिए। हरी सब्जियां और गाजर में विटामिन ए जादा होता है जो थायराइड को कंट्रोल करने में मदद करता है। थायराइड से प्रभावित व्यक्ति को प्रतिदिन तीन से चार लीटर पानी पीना चाहिए, ये शरीर से विशाले पदार्थ निकालने में काफी मदद करता है। इसके इलावा एक से दो गिलास फलों का जूस भी पिए। हफ्ते में एक दिन आप नारियल पानी पिए तो अच्छा है| आयोडीन थायराइड कंट्रोल करने में काफ़ी असरदार है पर जितना हो सके नेचुरल आयोडीन का सेवन करे, जेसे की टमाटर, प्याज और लहसुन।
थायराइड में क्या नहीं खाना चाहिए: – सिगरेट, तम्बाकू और किसी नशीले पदार्थो के सेवन से बचे।बाज़ार में उपलब्ध सफेद नमक का थायराइड में परहेज करे, खाने में सिर्फ सेंधा या कला नमक ही प्रयोग करे।